फ्री बीज योजना :- जानें लाभ लेने की प्रक्रिया
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उड़द, मूंग और रागी के बीजों का निःशुल्क वितरण करने का एक अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के माध्यम से सरकार दलहन की फसल को बढ़ावा देना चाहती है। सही मात्रा में दाल का स्टॉक बनाकर तथा उत्तर प्रदेश में दलहन फसल से किसानों का लाभ सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार फ्री बीज योजना शुरू की है। बीज किसी भी फसल के लिए अत्यावश्यक होते हैं, इसलिए सरकार चाहती है कि किसानों को अच्छी और उन्नत किस्म के फ्री बीजों का लाभ मिले। इससे किसान दलहन की फसल को अधिक उगाने में सक्षम होंगे। मार्केट में आमतौर पर कम गुणवत्ता वाले बीज मिलते हैं, जिससे किसानों के फसल का उत्पादन प्रभावित होता है। फ्री बीज योजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार इन सभी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास कर रही है।
उत्तरप्रदेश सरकार का किसानों को बड़ा तोहफा
मोटे अनाजों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा देश में विभिन्न पहल शुरू की गई हैं। अब केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय अनाज वर्ष घोषित किया गया है। इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय मिलेटस दिवस को देखते हुए, राज्य सरकार ने जैविक खेती और पर्यावरण संरक्षण के लिए मशहूर फसल मदुआ या रागी, उड़द और मूंग के बीजों का निःशुल्क वितरण करने का फैसला लिया है। इन बीजों के प्रमाणित उन्नत किस्म के बीज किसानों को दिए जाएंगे। इस पहल से प्रदेश के डेढ़ लाख से भी ज्यादा किसान लाभान्वित होंगे।
यूपी सरकार क्षेत्र में रागी, उड़द और मूंग का आच्छादन बढ़ाना चाहती है और इसके लिए 7.43 करोड़ रुपयों का खर्च करेगी। इस पहल से किसानों को बहुत लाभ होगा।
निःशुल्क बीज वितरण से किसानों को क्या होगा लाभ
बीज किसी भी फसल के उत्पादन के लिए आवश्यक होता है। अगर अच्छी गुणवत्ता के बीज उपलब्ध नहीं होंगे तो किसानों की फसल प्रभावित होगी। निःशुल्क बीज वितरण की मदद से किसानों को उन्नत विवरण वाले बीज मिलेंगे। इससे किसानों को आर्थिक रूप से भी लाभ होगा। उत्तर प्रदेश सरकार कदम उठा रही है ताकि किसानों को फायदा मिल सके और उनकी आय बढ़ सके।
किसानों को कितने बीज फ्री में मिलेंगे
“राजकीय कृषि बीज भंडार से किसानों को उड़द और मूंग के 4-4 किलोग्राम के बीज मिनी किट प्रदान किए जाएंगे। साथ ही, मदुआ या रागी के 3 किलोग्राम के बीज का किट अलग से किसानों को दिया जाएगा। कृषि मंत्री ने बताया कि प्रदेश में बढ़ती जनसंख्या और बढ़ते पोषण की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है। दलहनी फसलों से पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम, फाइबर और मिनरल प्राप्त होते हैं। रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में रागी फसलों के आच्छादन की बेहद कमी है। दलहन फसल भी जैसे उड़द और मूंग का आच्छादन पर्याप्त नहीं होता है। प्रदेश में उड़द 45 हजार हेक्टेयर में है, मूंग लगभग 47 हजार हेक्टेयर में है, जो प्रदेश की पोषण जरूरतों के हिसाब से कम है।”
फ्री बीज योजना में आवेदन हेतु आवश्यक दस्तावेज
- आवेदक किसान का आधार कार्ड
- आवेदक किसान के जमीन का विवरण
- आवेदक किसान का बैंक डिटेल्स
- किसान का ईमेल आईडी
- किसान का मोबाइल नंबर
फ्री बीज मिनीकिट योजना में आवेदन के लिए पात्रता/शर्तें
- आवेदक, किसान होना चाहिए।
- किसान के तौर पर किसान पंजीकरण हुआ होना अनिवार्य है।
- खेती के लिए जमीन होनी चाहिए।
- आवेदक उत्तरप्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए।
यूपी बीज योजना का लाभ कैसे ले
इस योजना का लाभ पाने के लिए, किसान भाई अपने ग्राम पंचायत के किसान सलाहकार से संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा, वे अपने ब्लॉक या जिला स्तर पर कृषि अधिकारी से बात करके भी योजना के लाभ का उठाया जा सकता है। उत्तर प्रदेश कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट http://upagriculture.com/ पर जाकर इस योजना से संबंधित कोई भी जानकारी और अपडेट देख सकते हैं।
हेल्पलाइन नंबर
यदि आप उत्तरप्रदेश में चल रही किसी भी योजना के बारे में जानकारी चाहते हैं तो आपको पंजीकरण और डीबीटी हेल्पलाइन नंबर 7235090578 पर संपर्क करना चाहिए। यदि आप अपने पंजीकरण और डीबीटी की जानकारी जानना चाहते हैं तो भी आप इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। विशेष जानकारी के लिए, आप उत्तरप्रदेश के अपर कृषि निदेशक से भी संपर्क कर सकते हैं। यह सेवाएं उत्तरप्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखण्ड, महाराष्ट्र आदि राज्यों में समय-समय पर किसानों की सहायता के लिए उपलब्ध होती हैं।